“५००-५५० साल का हो गया, बूढ़ा हो गया हूँ, चला भी नहीं जाता है", हँसते हँसते श्रीजी जवाब देते हैं।
November 2015
सुबह श्रीजी आए। थोड़ी देर पास बैठे, फिर अचानक उन्हें याद आया की उनके दर्शन का समय हो रहा है।
Today morning Shreeji Appeared, when He suddenly remembered that it is nearing His darshans time.
श्रीजी, "आभा शाहरा श्यामॉ, चलता हूँ। नाथद्वारा जाना है; सब मेरा इंतज़ार करते होंगे"।
Shreeji, "Abha Shahra Shyama, I have to go. I have to reach Nathdwara as all will be waiting for Me”.
आभा, "अभी तो सिर्फ सुबह की ४ बजी है श्रीजी, थोड़ा और रुक सकते हैं"
Abha, ”Shreeji, it's only 4 am yet, You can spend some more time here”.
श्रीजी, "नाथद्वारा कितना दूर है, एक दो घंटे लग जाएँगे मुझे तेरे यहाँ से पहुँचने में".
Shreeji, “Nathdwara is so far away, it will take Me one or two hours to reach there from your place”.
आभा, “श्रीजी आप मस्ती करते हैं। आप तो एक सेकंड से कम में पहुँच जाएँगे, अभी तो सिर्फ़ सुबह की ४ बजी है"।
Abha: "Shreeji you must be joking. You can reach in less than a second. It is only 4 am now”.
श्रीजी, “कैसे पहुँच सकता हूँ; अरे देखो, ५०० साल से भी ज़्यादा हो गए।
बूढ़ा हो गया हूँ, चला भी नहीं जाता है";
पैर भी दुख जाते हैं; ५००-५५० साल का हो गया हूँ, तो फिर क्या होगा”, हँसते हँसते श्रीजी जवाब देते हैं।
Shreeji: "How will I reach so fast? It is more than 500 years now.
I have become old, and find it difficult to even walk; legs also hurt all the time;
I am now 500-550 years old, it will become like this now", laughingly Shreeji replies to me.
आगे कहते हैं, "अच्छा बोल, नाथद्वारा वाले लोग को अगर पता चलेगा की श्रीजी मंदिर से बाहर भाग जाते हैं, तो वह ढूँढने निकलेंगे, आख़िर कहाँ जाते हैं श्रीनाथजी.
तेरी 'लाईव वार्ता' (live varta) पढ़ पढ़ कर पक्का तेरे पास आएँगे; जरूर इसको मालूम है की श्रीनाथजी कहाँ हैं, पकड़ो इसको।
पकड़ो आभा शाहरा श्यामॉ को, वोहि लिखती रहती है श्रीजी की लाईव वार्ता, हा हा हा.."
"फिर तू क्या करेगी; क्या बोलेगी सबको?”
Shreeji continues talking, “Okay, tell Me; what if the Nathdwara people come to know that Shreeji runs away from His Mandir? They will start searching where Shreeji goes.
When they read your 'live vartas', they will come to you; she knows where Shreeji is for sure. Let's go look for her.
Let's go catch Abha Shahra Shyama, it is she who keeps writing Shreeji 'live varta'. Ha ha ha.
What will you do then, what reply will you give to all of them”
मुझे ना रुकने वाली हँसी आती है। यह श्रीजी क्या मज़ाक़ कर रहे हैं। कितनी मीठी और नटखट बातें करते हैं।
I have this uncontrollable bout of laughter. Shreeji jokes in His cute, sweet and naughty ways.
आँख खुल जाती है, सामने श्रीजी की मंगला छवि है।
मैं प्रणाम करती हूँ, लेकिन ऐसा क्यों लगा की छवि में से मेरे श्रीजी हल्का हल्का मुस्कुरा रहे हैं ..
प्यारे श्रीजी आप कभी बूढ़े नही हो सकते आप नित्य ,नूतन ,अजन्मा नवल किशोर व किशोरी,नव युगल दम्पति श्याम जु व श्यामा जु,लाल जु व लाड़ली जु,मेरे श्रीप्रिया प्रीतम प्यारे श्रीजी हो। इस वार्ता में आप हम सभी के चित्त का स्वरूप दिखा रहे हो। ये बूढ़ा चित जो अपने अहंकार के चलते आपको न पाने की क्षमता को बुढ़ापे की सुरक्षा चादर में छुपा रहा है क्योंकि सुरक्षा सदैव पुराने के साथ होती है युवा चित में भूल चूक, असफलता का भय,पता नही पहुंच पाएंगे भी या नही, न कोई प्रमाण सदैव डर है इसलिए मन चित बुढ़ापे के सुरक्षा कवच को स्वीकार कर लेता है न नया खोजना पड़ेगा, न नए नियम बनाने पड़ेंगे। पुरानी रटी रटाई प्रार्थनाओं…